हर-हर बम बम हिन्दु बांकुरे हैं हम
चिर विजय की चाह से बढ़ रहे हैं ये कदम।
देश को उठायेंगे हिन्दु धीर वीर हम ॥धृ०।।
महान हिन्दू धर्म की परम्परा महान है
युगों युगों से देश की दिव्य आन बान है।
युध्द हो कि शान्ति हो कर्म धर्म क्रान्ति हो
विश्व जानता है ये हम नहीं किसी से कम ॥१॥
काल चक्र वक्र है पूर्णिमा अमा न हो
दिशा-दिशा प्रहार है खण्ड खण्ड माँ न हो
अब न दीन हीन हम रह न जाये कोई भ्रम
काल के प्रवाह को मोड़कर ही लेंगे दम ॥२॥
वंशी की तान है गीत गीत ज्ञान है
कदम -कदम सधा हुआ तेज है उफान है
आँख-आँख ज्वाल है भुजा-भुजा कृपाण है
शत्रु देश के सुनो हैं जयी जवान हम ॥३॥
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