Sunday, June 28, 2020

१११ . सुण लै मेरे वीरा आपा देश बचौना

१११ . सुण लै मेरे वीरा आपा देश बचौना 

सुण लै मेरे वीरा आपा देश बचौना 
देश असाडा साणु प्यारा वारांगे जाना ।।धृ०।।

आपणे देशच पैदा होए शेर शिवा स्वभैमानी 
शक्तिदे नाल याद कराई मुगलां नू सी तानी 
वीर सी राणा चुल्लां नहीं जाणा मालुसरे ताना ।।१।।

चन्द्रगुप्त ते पोरस बरगे हरिसिंग दी धरती 
वैरी हूण री थरथर कम्बे ताकत जोरावरदी 
युध धमसाणा लढे मैदाना बंदा मरदाना ।।२।।

दुर्गावती रणचंडी वण के जंग मैदाना आई 
झांसीवाली महारानी ने तेग सी खूब चलाई 
वीर ताँतिया फाँसी झुलसा याद करो नाना ।।३।।

भगतसिंह ने बम्ब मारके सौ अंगरेज बंगारे 
देश मेरे बलं अक्ख जो चक्की मिलण जबाब कराले 
चंदरशेखर नेता वरगे वार गये जाना ।।४।।

किती जो कुर्बानी ओहना देखो भूल न जाणा 
देश प्यारा रहे अखंडित भावे खुद मिट जाना 
असा जवानां केसरी बाणा सदा लई पाणा ।।५।।

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